मगर इस बार
इस बारिश ने मुझे भिगोया
कभी दाहिने कंधे को
कभी बाएं कंधे को
कभी दाहिने पैर को
तो कभी बाएं...
हर बार एक भीगा एहसास
मुझे कुछ याद दिलाता
कि मेरे सिर पर एक छाता है
खरीदने से पहले मैंने
गलती की, मैं भूल गया पूछना की
क्या ये बारिश में मुझे बचाएगा ?
और अंत में
छाते ने अपना वादा नहीं निभाया |
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